Everything about shiv chalisa lyricsl
Everything about shiv chalisa lyricsl
Blog Article
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
भगवान श्री कृष्ण, शिव जी व हनुमान जी पर आधारित वस्तुएं डिस्काउंट के साथ कम रेट पर खरीदने के लिए नीचे क्लिक करें :-
डग मग नैया ढोल रही है पवन का तेज है बहाओ,
त्रिपुरासुर shiv chalisa lyricsl सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
प्यासी आत्मा, बनके योगी, तेरी शरण में आया